नरेन्द्र मोदी : एक जुझारू, साहसी व दृढ़ निश्चयी व्यक्तित्व ।

 नरेन्द्र मोदी : एक जुझारू, साहसी व दृढ़ निश्चयी व्यक्तित्व ।


आज हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी का जन्म दिन है। पिछत्तर वर्ष पूर्व आज ही के दिन उनका जन्म गुजरात के वड़नगर में एक साधारण परिवार में हुआ था। आपके पिताजी वड़नगर के रेलवे स्टेशन पर चाय का स्टाल लगाते थे। किशोर अवस्था में मोदी जी भी अपने पिता के साथ प्लेटफार्म पर व गाड़ियों में चाय बेचने का कार्य करते थे।

उस समय कौन जानता था कि एक निम्न मध्यम वर्ग के साधारण परिवार में जन्मा यह बालक आगे चलकर भारत का प्रधानमंत्री बनेगा।

किंतु समय और भाग्य कब किस दिशा में ले जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता, साथ ही यह भी सत्य है कि व्यक्ति का पुरुषार्थ उसे सदैव अपने कार्यक्षेत्र में सफलता दिलाता है और किसी भी परिस्थिति में अग्रणी बनाता है।

यह बात मोदी जी पर शत् प्रतिशत सही दिखती है।

छात्र जीवन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सदस्यता ग्रहण करके राष्ट्र की सेवा का संकल्प लिया, और संघ के प्रचारक का कठोर दायित्व ग्रहण किया। धीरे धीरे संघ में नयी जिम्मेदारियां मिलती गईं और उनका कुशलता से निर्वहन करते रहे।

संघ से ही भाजपा में आये और अपनी संगठन क्षमता और पुरूषार्थ से भाजपा में भी अपनी पहचान स्थापित कर ली।

जब लालकृष्ण आडवाणी जी‌ ने राम मंदिर हेतु रथयात्रा निकाली थी तो उस रथ यात्रा के सारथी मोदी जी ही थे।

इसी प्रकार जब डाक्टर मुरली मनोहर जोशी जी ने श्रीनगर कश्मीर में लाल चौक पर तिरंगा फहराने हेतु तिरंगा यात्रा निकाली थी तब उसमें भी मोदी जी ही कर्मठता के साथ उस यात्रा में जोशी जी के प्रमुख सहयोगी थे। यह मोदी जी ही थे जिन्होंने तमाम आतंकी धमकियों के बावजूद मुरली मनोहर जोशी जी के साथ लाल चौक पर तिरंगा फहराया था।

धीरे धीरे उनकी संगठन क्षमता को पहचान मिली और ऐसा अवसर आया जब गुजरात में भाजपा को केशू भाई पटेल को मुख्यमंत्री पद से हटाना था, उसी समय नरेन्द्र दामोदरदास मोदी जी को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया।  मुख्यमंत्री की कुर्सी सम्हालते ही भुज, कच्छ में विनाशकारी भूकंप आया जिसने पूरे गुजरात में जनजीवन को प्रभावित किया और जान माल का नुक़सान हुआ।  तभी गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में हिंदुओं को जलाकर मार दिया गया, जिसकी प्रतिक्रिया में गुजरात में दंगे हुए और दंगों में तमाम लोग मारे गये।

लेकिन इन तमाम झंझावातों के बावजूद मोदी जी ने गुजरात में इतनी अच्छी शासन व्यवस्था दी कि लगातार तीन बार भाजपा मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनती रही, जो सिलसिला आज भी कायम है।

पूरे देश में गुजरात मॉडल की धूम मच गई और नरेन्द्र मोदी का नाम फायर ब्रांड नेताओं में सर्वोपरि लिया जाने लगा। वर्ष 2013 में गोवा में हुई बैठक में उन्हें भाजपा का मुख्य प्रचारक चुना गया तथा वर्ष 2014 में लोकसभा चुनावों में उन्हें भाजपा का प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किया गया।

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में हम सबने उन्हें लगातार प्रतिदिन 4 - 5 चुनावी रैलियों को संबोधित करते देखा। जनता का उनके प्रति गजब का आकर्षण देखा। इसी का नतीजा था‌कि 2014 में भाजपा 282 सीट जीतकर स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में आई और मोदी जी को सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री चुना गया।  उनका संसद की देहरी पर नतमस्तक होना, और संसदीय दल की मीटिंग में उनके भाषण के ये शब्द : अब परिश्रम की पराकाष्ठा करूंगा, आज तक याद हैं। पहली बार किसी प्रधानमंत्री का काशी में गंगा आरती में शामिल होना, काशी विश्वनाथ में अभिषेक करना, ये बातें कभी भुलाई नहीं जा सकतीं।


उसके बाद तो देश ने एक के बाद एक व्यवस्थित रूप से तमाम क्रांतिकारी परिवर्तन देखे। सबसे पहले तो वित्तीय समावेशन का महती कार्य जो दशकों से नहीं हो पा रहा था, वह युद्ध स्तर पर किया गया और जन धन खातों के माध्यम से देश के सभी लोगों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा गया। इसी के साथ स्वच्छता अभियान और हर घर में शौचालय बनाने का बीड़ा उठाया गया। स्वच्छता अभियान हेतु प्रधानमंत्री जी ने स्वयं असी घाट पर झाड़ू लगाई। हर घर में बिजली पहुंचाने की घोषणा की और यह सभी कार्य रिकार्ड समय में पूर्ण कर लिये गये। निराश्रितों को आवास दिए गए।  काले धन व नकली नोटों के विरुद्ध अभियान के तहत नोटबंदी की गई। 

सभी इन्डायरेक्ट टैक्सों को एकीकृत कर जी एस टी लाने का विधेयक भी पारित हुआ।

साथ ही राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की दिशा में माहौल बनाया और अंततः सुप्रीम कोर्ट को भी उक्त प्रकरण में दैनिक आधार पर सुनवाई करने को बाध्य होना पड़ा।

सबसे महत्वपूर्ण कार्य मोदी जी के कार्यकाल में आतंकवाद का समूल नाश किया गया। पाकिस्तान में पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक करके उरी हमले का मुंहतोड़ जबाव दिया, पुलवामा हमले के बाद वायुसेना की कार्रवाई करके बालाकोट आतंकी केंद्र को उड़ा दिया गया। 

इस कार्यकाल में भी पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जबाब आपरेशन सिंदूर द्वारा पाकिस्तान को नेस्तनाबूद करके दिया। आपरेशन सिंदूर ने तो अमेरिका व चीन सहित पूरे विश्व को चमत्कृत कर दिया और भारत की सैन्य प्रतिष्ठा स्थापित हुई।


यही कारण था कि वर्ष 2019 में जब पुनः लोकसभा के चुनाव हुए तो भाजपा 303 सीटें जीतकर पुनः बहुमत में आयी।  अपने दूसरे कार्यकाल में मोदी जी ने कश्मीर से धारा 370 हटाई, राम मंदिर का निर्माण किया, सी ए ए नागरिकता कानून बनाया,। 

इसी कार्यकाल में विश्व ने कोरोना महामारी का संकट देखा। भारत में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं को देखते हुए पूरे विश्व को विश्वास था कि भारत में महामारी महा विनाश करेगी, लेकिन मोदी जी के आह्वान पर शीघ्र ही देश में पीपीपी किट्स, टैस्टिंग किट्स का उत्पादन होने लगा, तमाम अस्पतालों में वेंटिलेटर व आक्सीजन युक्त कोरोना वार्ड बन गये। साल भर होते होते देश में कोरोना वैक्सीन भी बन गई और चमत्कृत रूप से दूसरी लहर आते आते सभी को वैक्सीन लग भी गई। इस प्रकार कोरोना जैसी महामारी से भारत में बहुत कम नुकसान हुआ।

2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को 242 सीटें ही मिलीं और विपक्ष को विश्वास था कि अब मोदी जी की सरकार नहीं बन सकती लेकिन मोदी जी ने राजग सहयोगियों के साथ गठबंधन सरकार बनाई और शान से चला रहे हैं। आज देश की अर्थव्यवस्था विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। देश तमाम मामलों में आत्मनिर्भर हैं। सरकार में कोई घोटाले नहीं हो रहे हैं, पूरी पारदर्शिता है। देश ने चांद पर अपना यान सफलतापूर्वक उतार दिया है। चिनाब पर एफिल टावर से भी ऊंचा पुल बना कर श्रीनगर तक ट्रेन चलने लगी है। मिजोरम को भी रेल नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है। देश भर में तमाम एक्सप्रेस-वे तैयार होने से रोड नेटवर्क भी बहुत अच्छा किया जा चुका है।

ये सब मोदी जी जैसे कर्मठ, दृढ़ निश्चयी और ईमानदार प्रधानमंत्री के कारण ही संभव हुआ है, अन्यथा 2014 से पहले तो देश भर में जगह जगह आतंकी हमले होते रहते थे, सरकार में नित्य नये नये घोटाले होते रहते थे, मंहगाई चरम पर थी, जनता त्रस्त थी और कोई सुनवाई नहीं थी।

हम सब का यह परम सौभाग्य है कि देश को मोदी जी जैसा प्रधानमंत्री मिला। उनके प्रधानमंत्रित्व में देश निश्चय ही दिन दूनी और रात चौगुनी उन्नति करेगा और कभी विश्व की प्रथम अर्थव्यवस्था बन कर विश्व गुरु भी बनेगा।

आज पिछत्तरवें जन्मदिन पर मोदी जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं देते हैं और परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि मोदी जी को लंबी उम्र दें ताकि वह आगे भी सक्रियता के साथ सरकार का नेतृत्व करते रहे और देश को सर्वोच्च शिखर तक पहुंचाएं।


श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद।

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