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Showing posts from April, 2020

कोरोना का संकट मित्रों, कब तक हमें डरायेगा।

कोरोना का संकट मित्रों, कब तक हमें डरायेगा। ---------------------------------------------------- कोरोना का संकट मित्रों, कब तक हमें डरायेगा। अनुशासन में अगर रहेंगे, तो संकट टल जायेगा।। लॉकडाउन में कब तक खुद को, घर में कैद रखेंगे हम। अकर्मण्य रहकर जीवन का, कब तक भार सहेंगे हम।। ऐसे भी तो बैठे बैठे, जीवन ढल ही जायेगा। कोरोना का संकट मित्रों, कब तक हमें डरायेगा। माना यह विषाणु घातक है, जीवन तक हर लेता है। किंतु जिंदगी यदि बाकी है, कौन मार फिर सकता है। श्वास श्वास है प्रभु के हाथों, वो ही हमें बचायेगा। कोरोना का संकट मित्रों, कब तक हमें डरायेगा। जीवन पथ पर साथ समय के, हम सबको चलना होगा। किंतु सुरक्षा चक्र न टूटे, यह निश्चय करना होगा। अनुशासन में रहकर मित्रों, भारत इसे हरायेगा। कोरोना का संकट मित्रों, कब तक हमें डरायेगा। श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद। MMIG 69, रामगंगा विहार, मुरादाबाद। (उ.प्र.) मोबाइल नं. 9456641400

कब तक घर में बंद रहूँगा।

कब तक घर में बंद रहूँगा। -------------------------------- छोटू पापा से ये बोला, कब तक घर में बंद रहूँगा बैठे बैठे ऊब गया हूँ, कब बाहर जाकर खेलूंगा। पापा ने उसको समझाया, बाहर जाने में खतरा है। बाहर कोरोना का संकट, जाने कहाँ कहाँ पसरा है। कुछ दिन घर में बंद रहेंगे, इसकी कड़ी टूट जाएगी। बाहर आने जाने पर से, पाबंदी भी हट जाएगी। तो क्या मैं घर के अंदर ही, निपट अकेला पड़ा रहूँगा। बैट बॉल, से दूर बताओ, घर में कब तक सड़ा रहूँगा। घर में कहाँ अकेले हो तुम, मैं भी तो हूँ, मम्मी भी हैं। घर में रहकर खेल खेलने, के कितने ही साधन भी हैं।। कुछ दिन हमको दोस्त समझ लो, लूडो, बिजनैस, कैरम खेलो। जब चाहे साथी बच्चों से, तुरत वीडियो चैटिंग कर लो।। मान गया छोटू फिर बोला, अच्छा घर में ही खेलूँगा। रोज हराऊँगा दोनों को, घर में तो मैं ही जीतूँगा। श्रीकृष्ण शुक्ल, MMIG-69, रामगंगा विहार, मुरादाबाद। मोबाइल नं.9456641400

छुप कर के घर में आप भी खुद को बचाइए

2212 1212 2212 12 कुछ दिन तो घर की रोटी और दाल खाइए। महफूज आप घर में हैं बाहर न जाइए।। छुप छुप के वार करता है दुश्मन अजीब है। छुप कर के घर में आप भी खुद को बचाइए।। श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद।

कैसी आफत कोरोना

कैसी आफत कोरोना ------------------------- कैसी आफत कोरोना, चहुँ दिशि है इसका रोना। अब तो बस घर में रह कर, लंबी ताने है सोना। घर में भी आराम नहीं, घर में कोई काम नहीं। घर में रहना मुश्किल है, खाने को भी दाम नहीं। जाने अब कितने दिन तक, पानी पीकर है सोना। पाबंदी मजबूरी है, जीवन बड़ा जरुरी है। किंतु भूख भी हावी है, बंद पड़ी मजदूरी है। ऐसे भी तो है मरना, फिर काहे का है रोना। फसलें हैं तैयार खड़ी, कैसी विपदा आन पड़ी खेतों में यदि सूख गईं, खाओगे क्या फिर लकड़ी। किंचित सोचो क्या सबको, सालों भूखे है सोना। ईश्वर पालनकर्ता है, वो ही सबका भर्ता है। श्वास श्वास बस याद रखो, पग पग संकट हर्ता है। तुम क्यों चिंता करते हो, होने दो जो है होना। पाबंदी का मान करो, मास्क लगाकर काम करो। सामाजिक दूरी का तुम, हर पल हर क्षण ध्यान करो अनुशासित हो जाओगे, मिट जाएगा कोरोना। श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद।

तालाबंदी में शादी

दोस्तों घर में बंद हुए आज बारहवां दिन है। हम सब घर में ही कैद हो गये हैं। न गोष्ठियां हो पा रही हैं न आयोजन। महामारी की गंभीरता ने मानो घरों में बंद लोगों की मुस्कुराहट छीन ली है। इसीलिये आज की गोष्ठी में प्रस्तुत है आजकल के ही हालात पर एक हास्य रचना। तालाबंदी में शादी ---------------------- कोरोना के कारण हर सूँ पाबंदी है। गली मुहल्ले गाँव शहर तालाबंदी है। मेले टेले आयोजन सब रद्द हुए हैं। घर से बाहर जाने पर भी पाबंदी है। जिनके घर शादी की बजनी थी शहनाई। तालाबंदी ने उनकी भी बाट लगाई।। कार्ड बँट चुके थे बुक थे नाई, हलवाई। शादी वाले दिन ये कैसी आफत आई। घोड़ी, बाजा, बैंड, बराती सजे खड़े थे। तालाबंदी ने सबकी ही बैंड बजायी।। घर से बाहर जाने पर भी पाबंदी है। कैसे चढ़े बरात महाँ तालाबंदी है। दूल्हा दुल्हन व्हाट्सएप पर उधर मस्त थे। और निराशा में घरवाले इधर पस्त थे। पंडित जी बोले ये अच्छा सगुन  नहीं है। सात महीने से पहले अब लगन नहीं है। घरवाले कोशिश में थे कि बात बन जाए। जैसे भी हो किसी तरह शादी हो जाए। जैसे तैसे शादी की परमीशन पायी। किंतु पाँच लोगों की उसमें शर्त लग...

पशु पक्षी आजाद मगर इन्सान बंद हैं

लॉकडाउन पर मेरी ताजा रचना। कामकाज है ठप्प विश्वमर में मंदी है। शहर शहर हर गाँव गली ताला बंदी है। एक वायरस ने ऐसा आतंक मचाया। खुली हवा में साँसों पर भी पाबंदी है। घर से बाहर आवाजाही पूर्ण बंद है दफ्तर और बजार बंद हैं, रेल बंद है। कुदरत ने भी देखो कैसा खेल रचाया। पशु पक्षी आजाद मगर इन्सान बंद है। श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद। मोबाइल: 9456641400