नववर्ष मात्र इतना करना

नववर्ष मात्र इतना करना
पूरा करना सबका सपना

चहुँ ओर शांति सुख चैन रहे
माँ बहनों का सम्मान रहे
वहशी हैवान दरिंदों से
नारी की अस्मत बची रहे
फिर हो कायम गौरव अपना
नववर्ष मात्र इतना करना।

नव युवक देश का मान करें
सब राष्ट्रवाद का गान करें
भारत माता के वैभव का
हर पल हर क्षण सम्मान करें
सबके हाथों में फहराये
मात्र तिरंगा ही अपना

हों कृषक सुखी संपन्न सभी
वो आत्मघात नहिं करे कभी
फसलों का समुचित मूल्य मिले
होगा प्रसन्न वो कृषक तभी।
भारत गाँवों में बसता है
पूरा करना उनका सपना।

अब जाति धर्म का द्वेष मिटे,
आतंकवाद का दंश हटे,
सीमाएं सभी सुरक्षित हों
नापाक इरादे सभी मिटे
संपूर्ण विश्व में कायम हो
भारत का ही गौरव अपना
नववर्ष मात्र इतना करना।

श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद।
04.01.2020

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