Posts

Showing posts from May, 2025

कीर्तिशेष पंडित मदन मोहन व्यास : मआनवीय संवेदनाओं को स्वर देनेवाले कवि।

 कीर्तिशेष पंडित मदन मोहन व्यास : मआनवीय संवेदनाओं को स्वर देनेवाले कवि। --–-------------------------------------------------------- कीर्ति शेष पंडित मदन मोहन व्यास जी से यद्यपि मेरा बहुत संक्षिप्त परिचय रहा था। पारकर इंटर कालिज में मेरे तीन छोटे भाई अध्ययनरत थे। बड़ा भाई होने के नाते स्कूल में अभिभावक के तौर पर अक्सर मुझे ही जाना पड़ता था और वहाँ उनसे भेंट हो जाती थी। भाइयों से व्यास जी के संदर्भ में यदा कदा चर्चा होती रहती थी। स्कूल की मैगजीन में उनकी रचनाएँ पढ़ कर भी उनके प्रति श्रद्धाभाव था।  दो तीन बार स्कूल के कार्यक्रमों में उन्हें सुना था। इसके अलावा रेलवे के मनोरंजन सदन में भी उन्हें व प्रोफेसर महेंद्र प्रताप जी को सुना था। उसी कार्यक्रम में संगीत का भी कार्यक्रम था। उस कार्यक्रम में पारकर कालेज के ही एक अन्य शिक्षक स्मृति शेष प्रेम प्रकाश जी ने वायलिन वादन की प्रस्तुति दी थी और तबले पर संगत व्यास जी ने दी थी। अत्यंत अद्भुत प्रस्तुति थी वह। इतनी शानदार जुगलबंदी थी कि वह कार्यक्रम आज भी मेरे मन में अंकित है। कुछ दिनों पश्चात प्रेमप्रकाश जी को पक्षाघात हो गया था और वह व...